केशवदास का जीवन परिचय, keshawadas ka jiwan parichay

केशवदास का जीवन परिचय, keshawadas ka jiwan parichay  केशवदास का जन्म बुन्देलखण्ड के ओरछा नामक नगर में सन् 1555 ई० में और मृत्यु सन् 1917 ई० में हुआ। केशवदास के पिता का नाम काशीनाथ था। केशवदास के बड़े भाई बलभद्र मिश्र भाषा के अच्छे कवि थे। केशवदास का उपनाम वेदान्ती मिश्र था और ये निम्बार्क … Read more

तुलसीदास की रचनाएँ, tulasidas ki rachanayein

तुलसीदास की रचनाएँ, tulasidas ki rachanayein ⇒ तुलसीदास की प्रथम रचना वैराग्य संदीपनी तथा अंतिम रचना कवितावली को माना जाता है। कवितावली के परिशिष्ट में हनुमानबाहुक भी संलग्न है। किंतु अधिकांश विद्वान रामलला नहछू को प्रथम कृति मानते हैं।  ⇒ मिश्र बंधु एवं हजारी प्रसाद ने तुलसीदास की 30 रचनाओं को मान्यता दी। जबकि ग्रियर्सन ने … Read more

तुलसीदास का जीवन परिचय

तुलसीदास का जीवन परिचय, tulasidas ka jiwan parichay ⇒ तुलसीदास के संदर्भ में निम्नलिखित रचनाओं से जानकारी प्राप्त होती है  1- गोकुलनाथ-  दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता  2- नाभादास- भक्तमाल  3- वेणी माधव- भक्तमाल  4- तुलसीदास- कवितावली, विनय पत्रिका  ⇒ तुलसी का जन्म 1532 ई. राजापुर गांव बांदा में हुआ था। यद्यपि कुछ लोग सूकर … Read more

सगुण धारा रामभक्ति शाखा

सगुण धारा रामभक्ति शाखा / sagun dhara rambhakti shakha ⇒ आलवार भक्तों में शठकोप को रामभक्ति का प्रथम कवि माना जाता हैं। इनकी पुस्तक ‘सहस्रगीत’ में राम की उपासना का उल्लेख है । ⇒ राम का पहला उल्लेख अपभ्रंश साहित्य में स्वयंभू ने किया है। ⇒ सातवें आलवार कुलशेखर भी राम के अनन्य भक्त थे ।  ⇒ ‘श्री … Read more

वल्लभ संप्रदाय, vallabh sampraday

वल्लभ संप्रदाय , vallabh sampraday वल्लभ संप्रदाय में भक्तिकाल से संबंधित वल्लभाचार्य को व भक्ति के विषय में उनके विचार को पढेंगे| यह पोस्ट प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से अति उपयोगी है | vallabh sampraday ⇒ वल्लभाचार्य सुल्तान सिकंदर लोदी तथा बाबर के समकालीन थे। ⇒ वल्लभाचार्य का जन्म 1478 ई. चंपारन में और मृत्यु 1530 … Read more

सगुण भक्ति का उद्भव और विकास, sagun bhkti ka udbhaw aur vikas

सगुण भक्ति का उद्भव और विकास, sagun bhkti ka udbhaw aur vikas सगुण भक्ति का उद्भव और विकास पोस्ट में यह पढेंगे की किस स्तर से सगुन भक्ति का उद्भव हुआ और किस स्तर से इसका विकास हुआ| sagun bhkti ka udbhaw aur vikas ⇒ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार, ” श्रद्धा और प्रेम के … Read more

मीराबाई का जीवन परिचय, mirabai ka jiwan parichay

मीराबाई का जीवन परिचय, mirabai ka jiwan parichay मीराबाई का जन्म 1504 ईसवी में राजस्थान के चेकड़ी नामक ग्राम में हुआ था । इनके पिता का नाम राव रतन सिंह था। मीराबाई का विवाह 12 वर्ष की आयु में 1516 ईस्वी में चित्तौड़ के राणा सांगा के ज्येष्ठ पुत्र भोजराज से हुआ। 7 वर्ष पश्चात … Read more

रसखान का जीवन परिचय

⇒ रसखान का जन्म 1533 ई. में और मृत्यु 1618 ई. में हुआ था | ⇒ रसखान दिल्ली के निवासी थे और पठान बादशाही वंश के थे | ⇒ रसखान की अंतिम कृति प्रेमावाटिका है | इसमें दिल्ली छोड़कर गोवर्धन जाने का वर्णन किया गया है | ⇒ रसखान का वास्तविक नाम सैयद इब्राहिम था । रसखान कृष्णभक्ति … Read more

नंददास का जीवन परिचय, nandadas ka jiwan parichay

⇒ नंददास का जन्म 1533 ई. में  और मृत्यु 1583 ई. में हुआ था। ⇒ नंददास के गुरु का नाम विठ्ठलनाथ था |  ⇒ नंददास की भाषा ब्रजभाषा है। ⇒ नंददास के पिता का नाम जीवाराम था। ⇒ नंददास का जन्म उत्तर प्रदेश के रामपुर सोरो नामक गाँव में हुआ था। ⇒ नंददास सूर के समकालीन थे। नाभादास के भक्तमाल … Read more

अष्टछाप के कवियों का जीवन परिचय

⇒ गोसाईं विट्ठलनाथ ने 1565 ई. में अष्टछाप की स्थापना की| अष्टछाप में विट्ठलनाथ के 4 शिष्य और सूरदास के चार शिष्य आते हैं।  ⇒ गोसाईं विट्ठलनाथ के चार शिष्यों के नाम जो अष्टछाप में आते हैं इस प्रकार है गोविंदस्वामी, छितस्वामी, नंददास, चतुर्भुजदास।  ⇒ सूरदास के चार शिष्यों के नाम जो अष्टछाप में आते हैं इस … Read more

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