हिन्दी गद्य की साक्षात्कार विधा, hindi gady ki sakshatkar vidha

साक्षात्कार का शाब्दिक अर्थ ‘अपने आप को किसी के सामने रख देना’ होता है।हिंदी गद्य की  नवीन साहित्यिक विधाओं में साक्षात्कार प्रमुख साहित्यिक विधा है जो तीव्र गति से विस्तार पा रही है। साक्षात्कार में प्रायः साक्षात्कार लेने वाला छोटा या अलपज्ञानी होता है। इसके बावजूद साक्षात्कार देने वाला श्रेष्ठ और अनुभवी व्यक्ति होता है। … Read more

प्रमुख पत्र साहित्य व उसके लेखक 

हिंदी साहित्य की छोटी विधाओं में पत्र साहित्य का महत्त्वपूर्ण स्थान है । पत्रों के माध्यम से लेखक या कवि या कोई महान विचारक अपने विचारोंसे दूसरों को अवगत कराता है तो उसे पत्र साहित्य कहते हैं। pramukh patr sahity w uske lekhak प्रमुख पत्र साहित्य व उसके लेखक  हिंदी साहित्य का पहला पत्र संग्रह … Read more

प्रमुख रिपोर्ताज व उसके लेखक, तत्व ,विशेषता,तथ्य

रिपोर्ताज संबंधी मुख्य तथ्य  ⇒ रिपोर्ताज का अभिप्राय है कि किसी आँखों देखी घटना का यथातथ्य वर्णन है जिसमें संपूर्ण विवरण दृश्यमान हो जाता है । reportaz w uske lekhak  ⇒ रिपोर्ताज फ़्रांसीसी भाषा का शब्द है । गद्य विधा के रूप में इसका आविर्भाव द्वितीय विश्व युद्ध के आसपास हुआ । ⇒ डॉ. हरदयाल … Read more

गद्यकाव्य की प्रमुख रचनाएँ व तथ्य

गद्यगीत या गद्यकाव्य के प्रवर्तक राय कृष्णदास हैं । इसकी शुरुआत छायावाद युग से मानी जाती है । राय कृष्णदास ने गीतों को लयबद्ध तरीकेसे गद्यात्मक रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है । गद्यकाव्य की प्रमुख रचनाएँ व तथ्य , gadykavy ki pramukh rachanayein गद्यकाव्य के प्रमुख तथ्य  → रायकृष्णदास को हिन्दी का … Read more

प्रमुख संस्मरण व उसके लेखक, विशेषता, परिभाषा

हिंदी साहित्य में संस्मरण विधा का प्रारंभ द्विवेदी युग से माना जाता है। रेखाचित्र और संस्मरण में नाममात्र का अंतर है। संस्मरण शब्द स्मृ धातु सेसम् उपसर्ग और ल्यूट प्रत्यय लगने से बना है इस प्रकार संस्मरण का शाब्दिक अर्थ सम्यक् स्मरण होता है। प्रमुख संस्मरण व उसके लेखक, विशेषता, परिभाषा hindi sahity sansmaran vidha … Read more

प्रमुख रेखाचित्र व उसके लेखक, परिभाषा, विशेषता, प्रकार

अंग्रेजी के ‘स्केच‘ शब्द का पर्यायवाची रेखाचित्र है। हिंदी में इसे ‘शब्दचित्र‘ भी कहते हैं। व्यक्तिचरित्र, शब्दांकन, चरित्रलेख इत्यादि इसके अन्य नाम हैं। शब्दों के द्वारा जब किसी घटना, वस्तु, स्थान, दृश्य अथवा व्यक्ति का इस प्रकार भावपूर्ण वर्णन किया जाये कि पाठक के मन पर उसका यथार्थ चित्र खींच जाये तो उसे ‘रेखाचित्र‘ कहते हैं। प्रमुख … Read more

हिंदी साहित्य की डायरी विधा

हिंदी साहित्य की डायरी विधा एक आधुनिक विधा है |  आधुनिक हिंदी डायरी की शुरुआत श्री राम शर्मा की सेवाग्राम की डायरी से माना जाता है रामधारी सिंह दिनकर डायरी को परिभाषित करते हुए कहते हैं कि ‘डायरी वह चीज है जो रोज लिखी जाती है और जिसमें घोर रूप से व्यक्तिगत बातें भी लिखी … Read more

error: Content is protected !!