online test of hindi sahity aadikal
आदिकाल क्विज का यह चतुर्थ पार्ट है | online test of hindi sahitya aadikal | आदिकाल का यह क्विज हिंदी साहित्य सम्बन्धी प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है | आदिकाल का यह प्रैक्टिस question आगामी tgt, pgt, net, jrf, assistant professor के एग्जाम के लिए बहुत हि कारगर शिद्ध होगा |
टेस्ट सबमिट करने के बाद परीक्षार्थी अपना प्राप्तांक और प्रश्नों के ठीक-ठीक उत्तर देख सकते हैं | |
“में साहित्य को मनुष्य की दृष्टी से देखने का पक्षपाती हूँ जो वाग्जाल मनुष्य को दुर्गति हीनता से बचा न सके जो उसकी आत्मा को तेजोद्दीप्त न बना सके जो उसके ह्रदय को परदुःखकातर और संवेदनशील न बना सके उसे साहित्य कहने में मुझे संकोच होता है |” आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी