वक्रोक्ति सम्प्रदाय विवेचन। परिभाषा। प्रकार।
वक्रोक्ति सम्प्रदाय शब्द का अभिप्राय वक्रोक्ति संप्रदाय के प्रतिष्ठापक आचार्य कुंतक हैं। काव्यशास्त्र में वक्रोक्ति वक्र और उक्ति दो पदों के योग से बना है। जिसका अभिप्राय असाधारण कथन, वैशिष्ट्य या भंगिमा है। वक्रोक्ति में किसी भी बात को प्रत्यक्ष रूप से न कहकर अप्रत्यक्ष रूप से कहा जाता है। वक्रोक्ति की सार्थकता तभी सिद्ध होती … Read more