भक्तिकाल की ज्ञानाश्रयी शाखा

भक्तिकाल की ज्ञानाश्रयी शाखा निर्गुण धारा के अंतर्गत आती है | शुक्लजी ने भक्तिकाल को संत, सूफी, निर्गुण और सगुण आदि में विभाजित किया है। इन्होंने प्रकरण तीन में ज्ञानाश्रयी साखा के आठ संतों को महत्त्व दिया है। योग साधना से प्रभावित संत कबीरदास, सुंदरदास, हरिदास निरंजनी योग साधना से अप्रभावित संत  रैदास, दादू दयाल, गुरु … Read more

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