इस पोस्ट में हिंदी साहित्य के आदिकाल का क्विज हल करेंगे | इस टेस्ट को mock test की तरह हल कर सकते हैं | हिंदी साहित्य के आदिकाल का यह ऑनलाइन टेस्ट बिलकुल फ्री है | इस पोस्ट से आप हिंदी साहित्य के आदिकाल की study material त्तैयार की जा सकती है |
टेस्ट सबमिट करने के बाद प्रश्नों के ठीक-ठीक उत्तर और अपने प्राप्तांक को देख सकते हैं | |
“साहित्य जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिम्ब है | चित्तवृत्तियों में परिवर्तन के साथ-साथ साहित्य के स्वरुप में भी परिवर्तन होता जाता है |” आचार्य रामचंद्र शुक्ल
Good
Very good session..