कवियों के उपनाम व उपाधियाँ हिंदी साहित्य का अति महत्त्वपूर्ण टॉपिक है | जो व्यक्ति जिस क्षेत्र में उत्त्कृष्ट कार्य करता है उस क्षेत्र से संबंधित उसे अन्य नाम दे दिया जाता है जिसे उपनाम कहते है |कवि और उनके उपनाम, साहित्यिक उपनाम, उपनाम सूची, उपनाम और उपाधियाँ, कवियों के लोकप्रिय उपनाम kaviyon ke upnam aur upadhiyan
कवियों के उपनाम व उपाधियाँ
⇒ विद्यापति— कविशेखर, दशावधान, कविकण्ठहार, पंचानन, मैथिल कोकिल
⇒ रामचंद्र शुक्ल— हिंदी साहित्य का सेंटाक्लाज, मुनि मार्ग का हिमायती
⇒ कुमार विकल— धूमधर्मी कविताओं का कवि
⇒ श्रीराम वर्मा— अमरकांत
⇒ आनंदीलाल— जैनेंद्र, उत्तर भारत का शरदचन्द्र
⇒ दत्तात्रेय बालकृष्ण कालेलकर— काका कालेलकर
⇒ महेंद्र कुमारी— मन्नू भंडारी
⇒ गिरिजा कुमार माथुर— येंद्रियता का कवि
⇒ लोचन प्रसाद पाण्डेय— काव्य विनोद, साहित्य वाचस्पति
⇒ नाथूराम शर्मा— शंकर, कविताकामिनिकांत, भारतेंदु प्रज्ञेंदु, साहित्य सुधाकर
⇒ अब्दुल हसन– आमिर खुसरो
⇒ स्वयंभू— अपभ्रंश का वाल्मीकि तथा व्यास
⇒ पुष्यदंत— हिंदी का भवभूति, भाखा की जड़, अभिमानमेरु, काव्य रत्नाकर, कविकुल तिलक
⇒ मनोहर श्याम जोशी— कल के वैज्ञानिक
⇒ केदारनाथ मिश्र— प्रभात
⇒ रामशंकर शुक्ल— रसाल
⇒ उपेन्द्रनाथ— अश्क
⇒ शिवपूजन सहाय— शिव, भाषा का जादूगर, हिंदी भूषण
⇒ लक्ष्मीनारायण— सुधांशु
⇒ रामकृष्ण शुक्ल— शिलिमुख
⇒ रमानाथ— सुमन
⇒ भुवनेश्वर प्रसाद मिश्र— माधव
⇒ गिरिजादत्त शुक्ल— गिरीश
⇒ शिवमंगल सिंह — सुमन, विभ्राट वासना जा कवि
⇒ रामधारी सिंह– दिनकर, अधैर्य जा कवि, समय–सूर्य
⇒ सुमित्रानंदन पंत— गोसाई दत्त, स्वर सिद्ध, अप्सरा लोक का कवि
⇒ तुलसीदास– कवि शिरोमणि, मानस के हंस, लोकनायक, हिंदी का जातीय कवि
⇒ वृंदावन लाल वर्मा— बुंदेलखंड का चंदवरदा
⇒ फणीश्वरनाथ— रेणु, धरती का धन
⇒ हज़ारी प्रसाद द्विवेदी— बैद्यनाथ मिश्र, व्योमकेश, बीसवीं सदी का बाणभट्ट
⇒ मतिराम— पुराने पंथ के कवि
⇒ भगवती चरण वर्मा– स्वरति का कवि
⇒ हरिवंश राय— बच्चन, जनता के बीच के कवि
⇒ बैद्यनाथ मिश्र— यात्री, नागार्जुन, बाबा, ठक्कन मिसिर, राजनीतिक कवि
⇒ बाबू गोपालचंद— गिरिधर दास
⇒ विश्वंभर नाथ शर्मा— कौशिक, विजयानंद दुबे
⇒ अभिमन्यु अनत— शबनम
⇒ वासुदेव सिंह— त्रिलोचन, किंवदंती पुरुष, अवध जा किसान कवि
⇒ गजानन माधव— मुक्तिबोध, भयानक खबरों का कवि, फेंटेसी का कवि
⇒ शमशेर बहादुर सिंह— कवियों के कवि, मूड्स के कवि, बात के कवि, कुलदीप सिंह
⇒ भवानीप्रसाद मिश्र— बालमोहन, सहजता के कवि, कविता का गांधी
⇒ नंदादुलारे वाजपेयी— स्वच्छंदतावादी आलोचक
⇒ डॉ. नगेंद्र— रसवादी आलोचक
⇒ घनानंद— प्रेम के पीर का कवि, साक्षात रसमूर्ति, जबांदानी का दावा रखने वाला कवि
⇒ त्र्यंबक वीर राघवाचार्य— रांगेय राघव
⇒ कैलास सक्सेना— कमलेश्वर
⇒ रामविलास शर्मा— अगिया वैताल, निरंजन
⇒ विद्यानिवास मिश्र— भ्रमरानंद, परंपराजीवी
⇒ सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन— अज्ञेय, कट्टिचाटन, कठिन गद्य के प्रेत
⇒ नारायण प्रसाद— बेताब
⇒ चंडी प्रसाद— हृदयेश
⇒ शिव प्रसाद मिश्र— रुद्र, काशिकेय
⇒ गुलशेर खाँ— शानी
⇒ प्रभुलाल गर्ग— काका हाथरसी
⇒ मुंशी सदासुखलालल— नियाज़
⇒ लाला भगवानदीन— दीन
⇒ धनपाल— सरस्वती
⇒ मोहनलाल महतो— वियोगी
⇒ जनार्दन प्रसाद झा— द्विज
⇒ हृदयनारायण— हृदयेश
⇒ दुष्यंत कुमार— हिंदी ग़ज़ल के राजकुमार
⇒ रामेश्वर शुक्ल— अंचल
⇒ शिवरत्न शुक्ल— बलई
⇒ कांतानाथ पांडेय— चोंच
⇒ जगदंबा प्रसाद मिश्र— हितैषी
⇒ हरिकृष्ण— प्रेमी
⇒ जी.पी. श्रीवास्तव– गंगा प्रसाद श्रीवास्तव
⇒ पांडेय बेचन शर्मा— उग्र, अष्टावक्र
⇒ बद्रीनाथ भट्ट— सुदर्शन
⇒ शिव प्रसाद सिंह— सितारे हिन्द
⇒ मल्लिका देवी— साध्वी सती प्राण अबला
⇒ राजेंद्र बाला घोष— बाँग महिला
⇒ कृष्णदेव प्रसाद गौड़– बेढब बनारसी
⇒ महादेवी वर्मा— आधुनिक युग की मीरा
⇒ धनपत राय— नवाबराय, प्रेमचंद, उपन्यास सम्राट, भारत का मैक्सिम गोर्कि, कलम का सिपाही, कलम का मज़दूर
⇒ नेमिचंद जैन— आलोचकों का आलोचक
⇒ बालकृष्ण शर्मा– नवीन
⇒ सूर्यकांत त्रिपाठी– निराला, महाप्राण, श्रीमान गरगज सिंह वर्मा, साहित्यशार्दूल
⇒ जयशंकर प्रसाद— कलाधर, आधुनिक कविता के सुमेरु, झारखंडी
⇒ माखनलाल चतुर्वेदी— एक भारतीय आत्मा
⇒ जगन्नाथ प्रसाद— भानु
⇒ चन्द्रधर शर्मा– गुलेरी
⇒ बालमुकुंद गुप्त— शिवशंभु
⇒ सत्यनारायण— ब्रजकोकिल, कविरत्न, श्रीश
⇒ गिरिधर शर्मा– नवरत्न
⇒ गयाप्रसाद शुक्ल— सनेही, त्रिशुल
⇒ राय देवी प्रसाद— पूर्ण
⇒ मैथिलीशरण गुप्त— रसिकेंद्र, राष्ट्रकवि, दद्दा
⇒ अयोध्या सिंह उपाध्याय— हरिऔध
⇒ हरिहर प्रसाद द्विवेदी— वियोगी हरि, गद्य काव्य का लेखक
⇒ महावीर प्रसाद द्विवेदी— सुकवि किंकर, भुजंगभूषण भट्टाचार्य, नियम नारायण शर्मा, कल्लू अल्हैत
⇒ जगन्नाथ दास— रत्नाकर
⇒ बदरीनारायण चौधरी— प्रेमघन, अब्र
⇒ हरिश्चंद्र— भारतेंदु, रसा, हिंदी नवजागरण के अग्रदूत
⇒ नन्ददास— जड़िया कवि
⇒ हेमचंद्र— प्राकृत का पाणिनि, कलिकाल सर्वज्ञ